बिलासपुर -:- जिला पंचायत स्वास्थ्य समिति की बैठक सभापति अंकित गौोरहा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में स्वास्थ्य समिति के सभी सदस्यों के अलावा अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हुए। इस दौरान 6 प्रमुख बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के दौरान अंकित गौरहा ने स्वास्थ्य महकमें की कार्यप्रणाली पर जमकर नाराजगी जाहिर की। अंकित गौरहा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से स्वास्थ्यगत गतिविधियों को लेकर लगातार नकारात्मक जानकारियां मिल रही है। यदि अधिकारी अपने आप को नहीं बदलते हैं तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। मामले की शिकायत कलेक्टर और मंत्री तक पहुचाएंगे।
गुरूवार को जिला पंचायत स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। बैठक में 6 प्रमुख बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के दौरान अंकित गौरहा ने वैक्सीनेशन के कामकाज को लेकर नाराजगी जाहिर की। अंकित गौरहा ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी इतना भी उचित नहीं समझते की वैक्सीनेशन प्रगति की जानकारी दे सकें। जानकारी मांगन पर गोलमोल जवाब देते हैं। ऐसा हरगिज बर्दास्त नहीं किया जाएगा। हम जनप्रतिनिधि हैं..जनता से सीधे संवाद होता है। इसलिए अधिकारी इस भ्रम में न रहें कि उन्हें किसी बात की जानकारी नहीं है।
अधिकारियों पर फूटा गुस्सा
अंकित ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कहा और कब वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया। इसका रिपोर्ट आज तक प्राप्त नहीं है। जानकारी यह भी मिल रही है कि मैदानी क्षेत्र के कर्मचारियों को अपने निजी काम से फुरसत नहीं है। जनता वैक्सीनेशन के लिए दर दर भटकने को मजबूर है। अधिकारी गलत जानकारी दे रहे हैं। जिन कर्मचारियों को काम में मन नहीं लग रहा है वह अपने घर बैठें। ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है।
नाराजगी जाहिर करते हुए अंकित ने कहा कि यदि अधिकारी और कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आते हैं तो शिकायत कलेक्टर से करेंगे। जरूरत पड़ी तो मंत्री को भी अवगत कराएंगे। इसके बाद जो कुछ होगा..उसकी जिम्मेदारी अधिकारी और कर्मचारी की होगी।
वैक्सीन डोज की जानकारी
तनावपूर्ण माहौल में आयोजित बैठक के दौरान कोविड 19 टीकाकरण को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले को 7 लाख 19 हजार से अधिक वैक्सीन डोज मिले हैं। पहला डोज 5 लाख 67 से अधिक और दूसरा डो़ज 1लाख 51 हजार से अधिक लोगों को लगाया चुका है। जिले में कुल 14737 सत्रों का आयोजन किया गया। इसमें 8632 सत्र ग्रामीण क्षेत्रों से है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने अंकित गौरहा के सवाल पर बताया कि 28 जुलाई को 26 से अधिक कोविशील्ड वैक्सीन की 26 हजार से अधिक डोज प्राप्त हुए हैं। इसमें से अभी 100 डोज ही बाकी है।
बैठक में तीसरी लहर की तैयारी और समीक्षा
बैठक में तीसरी लहर को लेकर भी चर्चा हुई। अंकित ने तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को एक्शन मोड में रहने को कहा। उन्होने यह भी कहा कि तैयारियों को लेकर किसी प्रकार की कोई गुंजाइश को माफ नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नियमित रूप से सैंपल लिया जा रहा है। प्रकरण पाए जाने पर क्षेत्र को कान्टेक्ट ट्रेसिंग और कंटेनमेन्ट जोन का निर्धारण किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय में बच्चों के लिए 40 आक्सीजन बेड की व्यवस्था की गयी है। इसमें 5वेन्टीलेटर बेड भी शामिल हैं। सिम्स कोविड अस्पताल में 19 आक्सीजन बेड की व्यवस्था की गयी है। इसमें 6 वेन्टीलेटर बेड भी शामिल है। सीएचएमओ ने बताया कि जिले में 16 शिशु अस्पताल को बच्चों के कोविड कार्य को लेकर तैयार कर लिया गया है। बिलासपुर में शासकीय और निजी शिशु चिकित्सक की संख्या 46 है। 10 अस्पताल को कोविड कार्य के लिए अलर्ट मोड में रखा गया है। निजी अस्पतालों में बच्चों के लिए 450 बिस्तर और वयस्कों के लिए 1091बेड की व्यवस्था है। जिले के निजी अस्पतालों में 109 वेंटिलेटर की व्यवस्था है।
दवाइयों का पर्याप्त स्टाक
बैठक में जिले के सभी मितानिनों के पास उपलब्ध दवाईयों को लेकर चर्चा हुई। महाजन ने बताया कि मितानिनों को क्षेत्र में हमेशा जागरूक रहने के लिए कहा गया है। गर्मी के साथ ही वर्षाजनित रोगों पर नजर रखने को कहा गया है। गंभीर मरीजों को तत्काल स्थानीय अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। दवाइयों की किसी प्रकार की कोई कमी नही है। डायरिया, उल्टी दस्त की कहीं से कोई शिकायत नहीं है। स्थानीय अस्पतालों समेत मितानिनों के पास दवाइयों का पर्याप्त स्टाक है।
बैठक को अंकित गौरहा ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारी शिकायत का मौका ना दें। यदि किसी की शिकायत मिलती है तो उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी।
इस बैठक में मुख्य रूप से सभापति राजेश्वर भार्गव गोदावरी बाई कमलसेन,किरण संतोष यादव उपस्थित थे।