बिलासपुर 29 अक्टूबर 2024।बिलासपुर एसीसीयू की टीम ने एक सूचना के आधार पर गांजा तस्करी करते हुए जीआरपी के चार जवानों को पकड़ा है। बताया जाता है कि जीआरपी के जवान तस्करों काे पकड़ने के बाद गांजा जब्त करते थे। इसके बाद उसे नशे का कारोबार करने वालों के पास सप्लाई कर देते थे। मामले में एसीसीयू की टीम उनके सहयोगियों की तलाश कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसीसीयू की टीम को सूचना मिली कुछ लोग गांजा की तस्करी कर रहे हैं। इस पर एसीसीयू की टीम ने मामले की जांच की, जांच के दौरान पुलिस की टीम ने चार जवानों को पकड़ा है, बिलासपुर पुलिस ने उनके कब्जे से भारी मात्रा में गांजा जब्त किया है, पूछताछ में पता चला कि चारो लोग जीआरपी के जवान हैं। बताया जाता है कि जवान रेलवे से गांजा की तस्करी करने वालों को पकड़कर गांजा जब्त करते थे। जवान गांजा तस्करों को छोड़ने के एवज में मोटी रकम वसूलते थे। इसके बाद गांजा को नशे के कारोबारियों के पास बेच देते थे। पुलिस की टीम आरोपित जवानों से पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस की टीम इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही हैं। वही जानकारी के मुताबिक इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
जीआरपी और आरपीएफ की टीम को भी मिल रही थी शिकायतें…
बताया जाता है कि चारों जवानों की हरकतें संदिग्ध थी। जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों को भी उनकी शिकायतें मिली थी। इसके बाद जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों ने भी चारों जवानाें की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। अधिकारियों के निर्देश और उनसे मिली जानकारी के आधार पर ही एसीसीयू की टीम ने कार्रवाई की है। फिलहाल पुलिस की टीम और अधिकारी इस संबंध में जल्द ही पूरी जानकारी देने की बात कह रहे हैं।
एक आरक्षक पहले भी हो चुका है गिरफ्तार…
प्राथमिक जांच में पता चला है कि इस गतिविधियों के पहले से ही संदिग्ध है। रायपुर पुलिस ने उसे नशीले ड्रग के मामले में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। इस मामले में उसे विभाग से निलंबित किया गया था। जेल से छूटने के बाद वह फिर से विभाग में बहाल हो गया था,इसके बाद उसने अपनी गतिविधियां फिर से शुरू कर दी। विभाग में चर्चा है कि उच्च अधिकारियों के संरक्षण के चलते उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी।