Veena dubey….
दुर्ग । जन्माष्टमी के अवसर पर दुर्ग जिला कोसरिया यादव महासभा द्वारा बुधवार की दोपहर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में श्री कृष्ण व राधा जी की झांकी के अलावा ढोल बाजा, नृत्य व घोड़ा बग्गी आकर्षण का केन्द्र रहे। शोभायात्रा में यादव समाज के अलावा दीगर समाज के लोग हजारों की संख्या में उमड़े। शोभायात्रा की शुरुआत पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पचरीपारा स्थित यादव छात्रावास पहुंचे। यहां उन्होने यादव समाज के लोगों को जन्माष्टमी पर्व की बधाई दी और आयोजन की सराहना की। इस दौरान पूर्व विधायक अरुण वोरा, प्रदेश कांंग्रेस कमेटी महामंत्री राजेन्द्र साहू, महापौर धीरज बाकलीवाल, सभापति राजेश यादव के अलावा अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे। शाम को 4 बजे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अलावा सांसद विजय बघेल,विधायक गजेन्द्र यादव, ललित चंद्राकर व भाजपा के अन्य दिग्गज नेता दुर्ग जिला कोसरिया यादव महासभा के ंकार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पुराना बस स्टैण्ड में यादव समाज के लोगों को संबोधित भी करेंगे।
इसके पहले शोभायात्रा का शुभारंभ बुधवार की दोपहर पचरीपारा स्थित यादव छात्रावास से हुई। यह शोभायात्रा पचरीपारा से पोलसायपारा चौक, तकियापारा, लुचकीपारा, कंकालीन मंदिर चौक, चण्डी चौक, शिवपारा, गवलीपारा, गांधी चौक, जवाहर चौक, मोती कॉम्पलेक्स, पुराना बस स्टैण्ड, इंदिरा मार्केट, फरिश्ता कॉम्पलेक्स, पचरीपारा के अलावा अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए पुराना बस स्टैण्ड पहुंची। जहां शोभायात्रा सभा के रुप में तब्दील हुई। समाचार के लिखे जाने तक मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सभास्थल नहीं पहुंचे थे। दुर्ग जिला कोसरिया यादव महासभा द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। मुख्यमंत्री का यहां यादव समाज द्वारा जोरदार स्वागत-अभिनंदन की तैयारी की गई है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को यादव समाज द्वारा समाज हितैषी मांगपत्र भी सौंपे जाएंगे। सभास्थल में हजारों की संख्या में यादव समाज के अलावा अन्य समाज के लोग जुटे रहे। शोभायात्रा में दुर्ग जिला कोसरिया यादव महासभा के अध्यक्ष बोधनराम यादव, सचिव शंकर यादव, उपाध्यक्ष रामचंद्र यादव, हरिश यादव, लच्छी यादव,कोषाध्यक्ष गिरेन्द्र यादव, युवा अध्यक्ष प्रीतम यादव, महिला अध्यक्ष सुश्री अर्चना यादव, खिलेन्द्र यादव,दादू अहीर ,भोजराम यादव के अलावा यादव समाज के व दीगर समाज के लोग बड़ी संख्या में जुटे।