More

    *महाकाल सेना महाशिवरात्रि महोत्सव का हुआ भव्य समापन*

    बिलासपुर…महाकाल सेना बिलासपुर द्वारा चार दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का विशाल शोभायात्रा के रूप में समापन हुआ।प्रदेश में चर्चित शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ ६मार्च से भजन संध्या जगराता के रूप में हुआ, जहाँ देश के प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से माहौल बना दिया,कृष्णा चतुर्वेदी(मुंबई),विवेक शर्मा,सुप्रसिद्ध गायिका कंचन जोशी (रायपुर) ने पूरे शहर को शिवभक्ति में विलीन कर दिया, द्वितीय दिवस ७ मार्च को भी इंदौर से गजेंद्र प्रताप व वीरेंद्र प्रताप की जोड़ी ने काफ़ी वाहवाही बटोरी, ऐसे में शहर के गायक श्याम दीवाना इशू ने भी झूमने को मजबूर किया । विशाल भंडारे के साथ सामूहिक भोज कराया जहां हज़ारों ने भंडारे का आनंद लिया ।

    समूचे महोत्सव का केंद्र अंतिम दिन दस मार्च को शोभायात्रा के रूप में समापन हुआ, जहां शहर में उज्जैन की महक दिखी,डमरू पार्टी ने लोगो को अपनी ओर आकर्षित किया तो उज्जैन की ही भस्म झांकी ने महाकाल की याद दिलाई, पुणे की मशहूर ढोल ताशा पार्टी ने शिवाजी की जीवंत झांकी के साथ सड़क पर कंपन उत्पन्न कर दिया। कर्मा नृत्य,गिदम उड़िया नृत्य ने मोहित किया । डीजे व धूमाल ने सारी रात शहर वासियों को शिवभक्ति में झुमाए रखा, लगभग बीस से पच्चीस हज़ार की संख्या में यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसकी प्रदेश भर में चर्चा रही, महाशिवरात्रि को विगत छः वर्षों से अंचल का सबसे बड़ा महोत्सव का रूप देने वाले महाकाल सेना के संस्थापक व अध्यक्ष तामेश कश्यप ने सभी सदस्यों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी व शहर के नागरिकों का आभार व्यक्त करते भविष्य में और भी उत्साह से यह उत्सव करने की बात कही व सहयोग आशीर्वाद बनाए रखने का निवेदन किया ।

    Related Articles

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Stay Connected

    161FansLike
    0SubscribersSubscribe

    Latest Articles

    बिलासपुर...महाकाल सेना बिलासपुर द्वारा चार दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का विशाल शोभायात्रा के रूप में समापन हुआ।प्रदेश में चर्चित शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ ६मार्च से भजन संध्या जगराता के रूप में हुआ, जहाँ देश के प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से माहौल बना दिया,कृष्णा चतुर्वेदी(मुंबई),विवेक शर्मा,सुप्रसिद्ध गायिका कंचन जोशी (रायपुर) ने पूरे शहर को शिवभक्ति में विलीन कर दिया, द्वितीय दिवस ७ मार्च को भी इंदौर से गजेंद्र प्रताप व वीरेंद्र प्रताप की जोड़ी ने काफ़ी वाहवाही बटोरी, ऐसे में शहर के गायक श्याम दीवाना इशू ने भी झूमने को मजबूर किया । विशाल भंडारे के साथ सामूहिक भोज कराया जहां हज़ारों ने भंडारे का आनंद लिया । समूचे महोत्सव का केंद्र अंतिम दिन दस मार्च को शोभायात्रा के रूप में समापन हुआ, जहां शहर में उज्जैन की महक दिखी,डमरू पार्टी ने लोगो को अपनी ओर आकर्षित किया तो उज्जैन की ही भस्म झांकी ने महाकाल की याद दिलाई, पुणे की मशहूर ढोल ताशा पार्टी ने शिवाजी की जीवंत झांकी के साथ सड़क पर कंपन उत्पन्न कर दिया। कर्मा नृत्य,गिदम उड़िया नृत्य ने मोहित किया । डीजे व धूमाल ने सारी रात शहर वासियों को शिवभक्ति में झुमाए रखा, लगभग बीस से पच्चीस हज़ार की संख्या में यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसकी प्रदेश भर में चर्चा रही, महाशिवरात्रि को विगत छः वर्षों से अंचल का सबसे बड़ा महोत्सव का रूप देने वाले महाकाल सेना के संस्थापक व अध्यक्ष तामेश कश्यप ने सभी सदस्यों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी व शहर के नागरिकों का आभार व्यक्त करते भविष्य में और भी उत्साह से यह उत्सव करने की बात कही व सहयोग आशीर्वाद बनाए रखने का निवेदन किया ।