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    *शहीद उपनिरीक्षक विनोद सिंह कौशि को….. श्रद्धांजलि*

                     बिलासपुर..विनोद सिंह कौशिक का जन्म दिनांक 02/08/1980 को ग्राम सीपत के किसान परिवार में हुआ था, दो भाई एवं एक बहन है। माता का नाम बृहस्पति बाई, पिता श्री उमाशंकर कौशिक है। श्री कौशिक की प्रारंभिक शिक्षा मिनी माता नगर बालको, कोरबा में एवं कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई गांव के ही शासकीय स्कूल में तथा स्नातक की पढ़ाई सीपत कॉलेज में सम्पन्न हुआ। शिक्षा काल से ही श्री कौशिक देश सेवा की भावना एवं खेल कूद में विशेष रुचि रखते थे, एथेलेट्रिक्स में नेशनल खिलाड़ी रह चुके है। अपने जीवन काल में 10 बार रक्तदान किये। वर्ष 2006 में श्रीमती जयश्री कौशिक से विवाह हुआ, जिसके दाम्पत्य जीवन से एक पुत्र आर्षभ कौशिक है। श्री कौशिक वर्ष 2013 में अपने प्रथम प्रयास में ही उपनिरीक्षक के पद पर चयनित हुए, बुनियादि प्रशिक्षण माना रायपुर में पूर्ण कर प्रथम पदस्थापना जिला बलरामपुर में हुआ, जहां थाना बसंतपुर, वाण्ड्रफनगर में अपनी सेवा दिये, इस दौरान श्री कौशिक को अच्छे कार्य के लिए विभाग से सम्मानित किया गया। वर्ष 2016 में जिला बलरामपुर से स्थानांतरण जिला नारायणपुर में हुआ, जहां पर श्री कौशिक की पदस्थापना डी. आर. जी. टीम में हुआ, इस दौरान कई श्री कौशिक द्वारा कई उल्लेखनीय कार्य किये गये, जिसमें दिनांक-05/10/2016 को गश्त के दौरान ऑल परम गुमचुर में नक्सली मुठभेड़ के दौरान एक वर्दीधारी नक्सीली एसी कमाण्डर, एक नग इंसास रायफल बरामद किया गया, दिनांक-18/11/2016 को बेचा के जंगल में मुठभेड़ के दौरान तीन वर्दीधारी महिला नक्सली, दो वर्दीधारी पुलिस नक्सली, दिनांक- 10/01/2017 को बोगाम के जंगल में मुठभेड़ के दौरान एक अज्ञात वर्दीधारी पुरुष नक्सली का शव व मौके पर एक नग ए. के.- 47 रायफल, 3 नग मैगजीन, 25 नग जिंदा कारतूस, एक

     

    हैण्ड ग्रेनेट, पांच नग डेटोनेटर बरामद किया, इन सभी मुठभेड़ों में श्री कौशिक का विशेष योगदान रहा तथा अन्य कई छोटे-छोटे मुठभेड़ों में शामिल होकर सराहनीय कार्य करते रहे। दिनांक 23/01/2018 को जिला मुख्यालय से गश्त के लिए निकले हुए थे, इसी दौरान दिनांक-24/01/2018 को इरपानार के जंगल में नक्सलियों के मुठभेड़ में अपने साथियों के जीवन की रक्षा करते हुए अदम्य साहस से लड़के हुए वीरगति को प्राप्त हो गये।

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