बिलासपुर.. Cgatoznews..कोनी में छोटे व्यवसायियों के दुख हरने, सामने आए,- त्रिलोक श्रीवास, (निगम आयुक्त से मिलकर उनके व्यवस्थापन के लिए दिया ज्ञापन), विगत 2 जून को नगर निगम प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण के नाम पर कोनी मुख्य मार्ग पर अभियान चलाया गया था, जिसमें 60 से ज्यादा लोगों के दुकान एवं गूमटी को ध्वस्त कर दिया गया था, जिससे लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी, इस विषय पर आज जिले के कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 1 बिलासपुर /पार्षद वार्ड क्रमांक 68 के मार्गदर्शक श्री त्रिलोक चंद श्रीवास् ने प्रभावित सैकड़ों लोगों के परिवार के साथ नगर निगम के आयुक्त कुणाल दूतावास से भेंट किए, और उनकी व्यवस्थापन की मांग किया,इस अवसर पर श्री त्रिलोक चंद श्रीवास ने कहा कि कोई भी व्यक्ति या व्यापारी यदि निस्तार को बाधित करें, उनके दुकान करने से ट्रैफिक जाम हो, वहां मादक पदार्थों की बिक्री हो, अवैध व्यापार हो, सरकारी जमीन की अफरातफरी हो या वह पक्के निर्माण करें या किसी भवन के गेट उनके दुकान से बाधित हो ऐसे लोगों को चिन्हित कर हटाने की कार्रवाई नगर निगम प्रशासन करता है तो उसके हम विरोध नहीं करेंगे,परंतु 4 लोगों की गलती की सजा 400 लोगों को नहीं मिलना चाहिए ,श्री त्रिलोक श्रीवास ने निगमायुक्त को पुराने कागजात दिखाकर बताया कि विगत 12 वर्ष और 15 वर्ष पूर्व जब नगर निगम एवं जिला प्रशासन के संयुक्त कार्रवाई से अतिक्रमण अभियान चलाया गया था, तो जिला प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की बैठक में यह बात तय हुआ था, कि मुख्य मार्ग पर कोई नया निर्माण नहीं करेगा,पक्का निर्माण नहीं करेगा, नाले नाली को नहीं पाटेगे, एवं किसी प्रकार के अवैध कार्य नहीं करेंगे या ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं करेंगे, परंतु अपने परिवार को पालने हेतु स्थानीय निवासी, बेरोजगार, गरीब छोटे ठेले गुमटी लकड़ी के शेड टीन या लोहे के सेड बनाकर व्यापार कर सकते हैं, और जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन इन्हें कभी नहीं हटाएगा, और कोनी आईटीआई के द्वारा शासकीय 20 एकड़ से ज्यादा भूमि को अवैध कब्जा कर रखा गया है, उसमें से 5 एकड़ भूमि बाजार के लिए एवं 5 एकड़ भूमि खेल मैदान के लिए दिया जाएगा, बाजार के लिए दी जाने वाली भूमि में इन व्यापारियों को व्यवसायियों को छोटे दुकानदारों को बसाया जाएगा, परंतु 15 वर्ष पश्चात आज तक वह भूमि अप्राप्त है, यदि कोई व्यक्ति गलत करता है तो उसको व्यक्तिगत कार्रवाई हो, परंतु स्थानीय व्यक्ति अपने परिवार के भरण पोषण हेतु छोटा-मोटा रोजगार चला रहा है, उसे बेवजह परेशान ना किया जाए, साथ ही कहा कि बरसात का समय है और भविष्य में कभी कोई कार्रवाई करने के पहले क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन के बीच बातचीत हो पहले एक गाइडलाइन तय हो,उसके बाद कार्रवाई करें, उनका उद्देश्य किसी प्रकार के बेजा कब्जा को बढ़ावा देना नहीं है, कोनी क्षेत्र गौरव का विषय है कि वह एजुकेशन हब है वहां दर्जनों शासकीय संस्थान एवं दर्जनों अन्य शैक्षणिक संस्थान स्थित है, परंतु एक विडंबना की बात यह है कि क्षेत्र की समस्त शासकीय घास गोचर जमीनों का अधिग्रहण सरकारी संस्थाओं ने कर लिया है, पूरे क्षेत्र के लिए एक भी खेल के मैदान, बाजार बैठने के लिए जगह, शमशान, गोठान या सार्वजनिक निर्माण या भूमिहीनों को बसाने की जगह, चारागाह नहीं है ,स्थानीय निवासी अपनी रोजी रोटी के लिए ठेला गूमटी नहीं रखेंगे तो बाहरी लोग थोड़ी रखेंगे, त्रिलोक श्रीवास के साथ सैकड़ों की तादाद में पहुंचे लोगों ने अतिक्रमण अभियान से प्रभावित परिवार के लिए गुमटी देने की भी मांग की, नगर निगम आयुक्त ने सभी बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया एवं सहानुभूति पूर्वक विचार कर उनके हित का भविष्य में ध्यान रखने के लिए आश्वस्त किया, ज्ञापन सौंपते वक्त लोगों ने कहा कि कोई व्यक्ति गलत करता है उसके साथ नहीं हैं, और कुछ लोग पेपर सोशल मीडिया में बयान देकर मामले का राजनीतिकरण करना चाहते हैं ,उसका भी हम विरोध करते हैं, हमेशा की भांति त्रिलोकचंद श्रीवास पुनः गरीबों और छोटे व्यापारियों के दुख पीड़ा को हरने और उनके सुविधा और मांगों को पूर्ति करने के लिए सामने आए हैं जिससे क्षेत्र के लोगों ने उनका आभार व्यक्त किया है,
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