बिलासपुर।cgatoznews.… नेताजी सुभाष चंद बोस की विशाल प्रतिमा दिल्ली के इंडिया गेट पर स्थापित कर राजपथ को कर्तव्य पथ बनाने के लिए नेताजी सुभाष संगठन ” आभार पीएम मोदी नाम से राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।आभार मोदी के राष्ट्रव्यापी अभियान को नेता जी सुभाष संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित पांडेय अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत काल में देश की राजधानी दिल्ली के हृदय स्थल इंडिया गेट पर भारत के इतिहास का नया अध्याय लिखते हुए भारत माता के वीर सपूत स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 28 फिट ऊंची प्रतिमा के अनावरण के साथ ही तीन किलोमीटर लम्बे “राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया। मानो गुलामी के प्रतीक वर्ष 1968 में किम जार्ज पंचम की मूर्ति हटने के बाद से वह स्थल एक ऐसे दुरदशी प्रधानमंत्री का इंतजार कर रहा हो, जो नेता जी की प्रतिमा के अधिष्ठापन के साथ-साथ उनके सपनों का भारत बनाना चाहते हो।
उन्होंने कहा गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी भारत माता को आजाद कराने के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने वाले नेता जी को आजादी के बाद जो सम्मान मिलना चाहिए था। वह कभी नहीं मिला जिसके वे हकदार थे, इसी बात को लेकर नेता सुभाष संगठन बिगत दो दशक से संघर्षरत रहा, जब वह सपना एक ऐसे मनस्वी, हढ़ संकल्पित, दूरदर्शी और यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा आठ सितंबर 2022 को नेता जी को सर्वोच्च सम्मान देकर पूरा किया गया। इन्हीं भावनाओं के साथ हमारे संगठन ने निर्णय लिया है कि पहले चरण में “आभार मोदी ” का कार्यक्रम सभी राज्यों के राजधानी में, तत्पश्चात दूसरे चरण में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने नौजवानो का आह्वाहन करते हुए कहा आज़ाद भारत के इतिहास में मोदी द्वारा किया गया यह पुनीत कार्य न केवल समसामयिक भारत के नौजवानों को नेता जी के प्रति आकर्षित करेगा बल्कि उन्हें लोकतान्त्रिक मूल्यों और सिद्धांतो तथा राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों के लिए प्रेरित करेगा। छत्तीसगढ़ राज्य की न्यायधानी व् संस्कारधानी कहे जाने वाले बिलासपुर में महामाया चौक के पास स्थित सीपत चौक पर स्थापित नेता सुभाष चंद्र बोस के आदमकद प्रतिमा स्थल की दुर्दशा देखकर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र भेजकर सलाह देने की बात कही। जिसमे कहा कि आप देश के प्रति नेता जी सुभाष चंद्र बोस द्वारा किये गये निःस्वार्थ अनुग्रह को भुला देंगे तो आप को भी यहां की जनता भूल जाएगी।