15 नवंबर 2022 बिलासपुर
Cgatoznews….
छत्तीसगढ़ प्रदेश में यू तो स्वदेशी मेले का आगाज विगत
29 वर्षों से हो रहा है परंतु बिलासपुर में इस भव्य मेले का यह 10 वॉ वर्ष है,इस खासियत ये है कि इस मेले में हर वर्ष और लोगों का उत्साह दोगुना होते चला गया जोकि इस वर्ष एक जनसमूह के रूप में उभर कर सामने आया इतने सारे लोगों का आना और मेले का लुफ्त उठाना के साथ ही मेला आयोजको की इतनी सारी आम जनता की हर सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उनकी व्यवस्था करना ,
यह अपने आप में बड़ी बात है।
स्वदेशी मेला संयोजक सौमित्र गुप्ता
ने इस मेले का मुख्य आशय बताते हुए कहा कि मेले का मुख्य उद्देश्य हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करना है जो कि पूरे देश के प्रधानमंत्री मोदी ने देखा है स्वदेशी चीजों को स्वीकार करें और स्वदेशी बाजार को आगे बढ़ाने का एक केंद्र बना है, यह स्वदेशी मेला इसमें हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश में छोटे व्यापारियों को स्वदेशी निर्मित वस्तुओं को यहां प्रदर्शनी के रूप में रखना एवं विक्रय करने की जो सुविधा इस मेले के माध्यम से दी जा रही है इससे स्वदेशी चीजें की बिक्री का भरपूर बढ़ोतरी हुई है।
एक व्यापारी वर्ग जो असुविधा के कारण अपनी चीजों सभी जगह और सभी लोगों तक पहुंचा नहीं पाता उसके लिए यह एक बहुत बड़ा मंच है
इस भव्य मेले के माध्यम से स्थानीय व्यापारी वर्ग के साथ ही स्थानीय कलाकारों की भी एक मंच देने का प्रयास किया गया श्री गुप्ता ने कहा कि इस मेले के माध्यम से हमारा उद्दयेश्य सिर्फ स्थानीय लोगों के द्वारा निर्मित वस्तुओं को समूचे देश तक इस आयोजन के माध्यम से पहुचाने का प्रयास किया गया है, और पदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी स्थानीय स्तर पर निर्मित वस्तुओं और कलाकारों को आगे बढ़ने की सदैव मंशा जताई है हम उसी का अनुसरण कर रहे है इसमें कोई पार्टी अथवा दल का समावेश या धारणा पर आधारित नही वरन प्रदेश की स्वयनिर्मित वस्तुओं को एक मंच देना ही अहम उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि इस भव्य मेले के आयोजन हमे चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ ही स्थानीय व्यापारियों का भरपूर सहयोग मिला है ,तथा अगले वर्ष हम सभी के सहयोग से इस मेला आयोजन को और भी भव्य रूप देने का प्रयास करेंगे।
आपको बताते चले कि इस मेला आयोजन में लोकल बिलासपुर के उन कलाकारों को भी मौका दिया गया जिन्हें अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए मंच नहीं मिलता था उसी के साथ कुछ चित्रकारों बेहतर कलाओं केअदाकारों को भी यहां एक मंच देकर उनकी प्रतिभा को दिशा देने का एक सराहनीय कार्य किया गया।
ज्ञात हो कि
सात दिवसीय मेले में इस वर्ष अपार भीड़ के साथ अपने सफल आयोजन में पूरे नगर की जनता को मंत्रमुग्ध कर दिया वही नगर की जनता ने भी इस भव्य मेले का भरपूर आनंद लेते हुए सभी व्यंजनों लुत्फ उठाते रहे लोगो ने
स्वदेशी निर्मित चीजों को भी काफी करीब से देखा और खरीदी की आयोजकों का कहना है कि आगामी वर्ष में इस मेले को और भी बड़ा रूप दिया जाएगा जिससे प्रदेश में निर्मित चीजों को भारत के कोने कोने तक पहुंचाने का माध्यम बनाया जाएगा इस आयोजन में अतिथि के रूप में पधारे नगर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि हमे स्थानीय लोगो की कला और उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को समूचे देश मे पहचान बनानी चाहिए और इस भव्य आयोजन के माध्यम यदि उनको एक मंच मिलता है तो ये हमारे नगर के लिए गौरव की बात है।
वही कॉंग्रेस नेता धर्मजीत सिंह भी अतिथि के रूप में उपस्तिथ थे और
अतिथि के रूप में पधारे
डॉ ललित मखीजा ने कहा कि स्वदेशी मेला राष्ट्र हित और राष्ट्र प्रेम का संदेश है क्योंकि बॉर्डर पर सेना देश की रक्षा के लिए दिन रात जवान तैनात रहते है और हम देशवासी उनकी हौसला अफजाई करते हैं।
जिससे हमें राष्ट्रप्रेम प्रदर्शित करने का मौका मिलता है और यह स्वदेशी मेला भी यही संदेश देता है कि हम स्वदेशी चीजें को अपनाकर प्रदेश और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में उन चीजों का उपयोग करते हुए राष्ट्रप्रेम व राष्ट्रहिट का जज्बा बरकरार रखे।