More

    *पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के आदेशो की उड़ाई जा रही धज्जियां.. खुले आम चल रहा बावन परियो पर दाव.. आखिर कौन.?*

       बिलासपुर 12 नवंबर 2022 । बिलासपुर वो कहते हैं ना कि अगर पुलिस चाह ले तो मंदिर से एक चप्पल भी चोरी नहीं होगी। कहते ये भी हैं कि कोई भी अवैध काम बगैर संरक्षण के नहीं चल सकता। अवैध धंधों को ये संरक्षण अक्सर वही लोग देते हैं जिन पर अवैध धंधों को बन्द करवाने की जिम्मेदारी होती है। ऐसा ही एक अवैध कारोबार है जुआ खिलवाना। ज़िले के आला अधिकारी अपने मातहत कर्मियों को कइयों बार ये निर्देश दे चुके हैं कि जुआ, सट्टा जैसे अवैध कारोबारों को बन्द करवाया जाए। लेकिन…

    लेकिन विशेष टीम में शामिल ज़िले के एक चर्चित आरक्षक xyz पर इन दिनों लगातार अवैध धंधों को संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं। इस चर्चित आरक्षक पर लग रहे ये आरोप कोई नए नहीं हैं। मई 2015 में भी xyz अवैध वसूली के आरोप में बर्खास्त किया जा चुका है। अप्रैल 2016 में जैसे तैसे उसकी पुनः बहाली हुई।

    बताते हैं कि xyz का रिश्तेदार जुआ में पैसे फाइनेंस करवाता है

    फाइल फोटो…

    ताज़ा मामला ज़िले के मस्तूरी क्षेत्र का है। सूत्र बताते हैं कि मस्तूरी क्षेत्र में इन दिनों विशेष टीम के एक चर्चित आरक्षक xyz के संरक्षण में बड़े स्तर पर जुआं खिलवाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि xyz का रिश्तेदार इस जुआ का कर्ताधर्ता है और उसी आरक्षक का भाई इस जुआ में पैसे फाइनेंस करता है। सूत्र बताते हैं कि इस जुआ फड़ में कई पार्टनर हिस्सेदार हैं।

    मुखबिरी से बचने झोले में रखवा लिए जाते हैं मोबाइल…

    सूत्रों के अनुसार मस्तूरी क्षेत्र के एक गांव में ये जुआ बैठता है। इस जुआ की जगह रोज़ बदल दी जाती है ताकि कोई मुखबिरी न कर सके। मस्तूरी भट्ठी से तकरीबन 3 किलोमीटर दूर ये जुआ बैठता है। इस जुआ में ज्यादातर शहर के बाहर के जुआरी शामिल होते हैं जैसे कोरबा, जांजगीर, रायपुर अन्य जिलों के जुआरी जुआं खेलने आने वालों को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है इसलिए मस्तूरी शराब भट्ठी के पास सभी जुआरियों के मोबाईल फ़ोन एक झोले में रखवा लिए जाते हैं। हर मोबाइल पर उसके मालिक के नाम की चिट लगा दी जाती है ताकि वापस जाते समय जुआरी अपना मोबाइल को आसानी से पहचान ले। लेकिन…

    टीम ने पचपेड़ी का जुआ पकड़ा लेकिन मस्तूरी पर नज़र ही नहीं डाली

    ज़िले में इस बात की चर्चा है कि बीते दिनों ACCU ने पचपेड़ी में छोटा सा जुआ पकड़ा था लेकिन आश्चर्य की बात है कि पचपेड़ी से पहले पड़ने वाले मस्तूरी में xyz के संरक्षण में चल रहे बड़े स्तर के इस जुआ पर ACCU ने कोई कार्रवाई नहीं की?

    आपस में ही लड़ पड़े मस्तुरी के जुआरी

    सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पहले मस्तुरी के जुआरी आपस में ही लड़ पड़े थे। सूत्र ने बताया कि जुआरिओं का ये आपसी विवाद इतना बढ़ गया था कि लाठी डंडा और तलवार तक निकाल ली गई थी। इस विवाद के कारण मस्तुरी का ये जुआ बीते तीन दिनों से बन्द था जो अब फिर से शुरू होने वाला है।

    सूत्रों के अनुसार बीते दिनों सिरगिट्टी क्षेत्र में विशेष टीम ने जुआ पकड़ा था। पता चला है कि जितने लोग पकड़े गए उनमें से दो लोगों को चर्चित आरक्षक ने लेनदेन कर के छोड़ दिया।

     

    ज़िले के आला पुलिस अधिकारियों की इज्ज़त मटियामेट करने पर आमादा इस चर्चित आरक्षक को तमाम आरोपों के बावजूद विशेष टीम में जगह देने से पूरी विशेष टीम पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।

    Related Articles

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Stay Connected

    161FansLike
    0SubscribersSubscribe

    Latest Articles

       बिलासपुर 12 नवंबर 2022 । बिलासपुर वो कहते हैं ना कि अगर पुलिस चाह ले तो मंदिर से एक चप्पल भी चोरी नहीं होगी। कहते ये भी हैं कि कोई भी अवैध काम बगैर संरक्षण के नहीं चल सकता। अवैध धंधों को ये संरक्षण अक्सर वही लोग देते हैं जिन पर अवैध धंधों को बन्द करवाने की जिम्मेदारी होती है। ऐसा ही एक अवैध कारोबार है जुआ खिलवाना। ज़िले के आला अधिकारी अपने मातहत कर्मियों को कइयों बार ये निर्देश दे चुके हैं कि जुआ, सट्टा जैसे अवैध कारोबारों को बन्द करवाया जाए। लेकिन... लेकिन विशेष टीम में शामिल ज़िले के एक चर्चित आरक्षक xyz पर इन दिनों लगातार अवैध धंधों को संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं। इस चर्चित आरक्षक पर लग रहे ये आरोप कोई नए नहीं हैं। मई 2015 में भी xyz अवैध वसूली के आरोप में बर्खास्त किया जा चुका है। अप्रैल 2016 में जैसे तैसे उसकी पुनः बहाली हुई। बताते हैं कि xyz का रिश्तेदार जुआ में पैसे फाइनेंस करवाता है फाइल फोटो... ताज़ा मामला ज़िले के मस्तूरी क्षेत्र का है। सूत्र बताते हैं कि मस्तूरी क्षेत्र में इन दिनों विशेष टीम के एक चर्चित आरक्षक xyz के संरक्षण में बड़े स्तर पर जुआं खिलवाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि xyz का रिश्तेदार इस जुआ का कर्ताधर्ता है और उसी आरक्षक का भाई इस जुआ में पैसे फाइनेंस करता है। सूत्र बताते हैं कि इस जुआ फड़ में कई पार्टनर हिस्सेदार हैं। मुखबिरी से बचने झोले में रखवा लिए जाते हैं मोबाइल... सूत्रों के अनुसार मस्तूरी क्षेत्र के एक गांव में ये जुआ बैठता है। इस जुआ की जगह रोज़ बदल दी जाती है ताकि कोई मुखबिरी न कर सके। मस्तूरी भट्ठी से तकरीबन 3 किलोमीटर दूर ये जुआ बैठता है। इस जुआ में ज्यादातर शहर के बाहर के जुआरी शामिल होते हैं जैसे कोरबा, जांजगीर, रायपुर अन्य जिलों के जुआरी जुआं खेलने आने वालों को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है इसलिए मस्तूरी शराब भट्ठी के पास सभी जुआरियों के मोबाईल फ़ोन एक झोले में रखवा लिए जाते हैं। हर मोबाइल पर उसके मालिक के नाम की चिट लगा दी जाती है ताकि वापस जाते समय जुआरी अपना मोबाइल को आसानी से पहचान ले। लेकिन... टीम ने पचपेड़ी का जुआ पकड़ा लेकिन मस्तूरी पर नज़र ही नहीं डाली ज़िले में इस बात की चर्चा है कि बीते दिनों ACCU ने पचपेड़ी में छोटा सा जुआ पकड़ा था लेकिन आश्चर्य की बात है कि पचपेड़ी से पहले पड़ने वाले मस्तूरी में xyz के संरक्षण में चल रहे बड़े स्तर के इस जुआ पर ACCU ने कोई कार्रवाई नहीं की? आपस में ही लड़ पड़े मस्तुरी के जुआरी सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पहले मस्तुरी के जुआरी आपस में ही लड़ पड़े थे। सूत्र ने बताया कि जुआरिओं का ये आपसी विवाद इतना बढ़ गया था कि लाठी डंडा और तलवार तक निकाल ली गई थी। इस विवाद के कारण मस्तुरी का ये जुआ बीते तीन दिनों से बन्द था जो अब फिर से शुरू होने वाला है। सूत्रों के अनुसार बीते दिनों सिरगिट्टी क्षेत्र में विशेष टीम ने जुआ पकड़ा था। पता चला है कि जितने लोग पकड़े गए उनमें से दो लोगों को चर्चित आरक्षक ने लेनदेन कर के छोड़ दिया।   ज़िले के आला पुलिस अधिकारियों की इज्ज़त मटियामेट करने पर आमादा इस चर्चित आरक्षक को तमाम आरोपों के बावजूद विशेष टीम में जगह देने से पूरी विशेष टीम पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।