बिलासपुर। Cgatoznews..जरहभाठा इंदुचौक निवासी भरत गोविंद ने आज कलेक्टर के समक्ष लिखित आवेदन देकर सूदखोरों द्वारा धमकाने व मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की है। प्रार्थी ने बताया कि अनस खान खोखर नाम के व्यक्ति से उसने 3 लाख 55 हज़ार रुपए ब्याज पर लिए थे और अब तक 8 लाख 60 हज़ार रुपए वह अनस खोखर को वापस दे चुका है लेकिन अनस खोखर उससे 5 लाख रुपए और मांग रहा है।
कलेक्टर को दिए आवेदन में प्रार्थी भरत गोविंद ने लिखा है कि वो कानन पेंडारी ज़ू में मछलियां सप्लाई करने का काम करता है। इसी काम के लिए उसने अनस खोखर से 10% महीने की ब्याज दर पर 27/06/2020 को 100000, 14/08/2020 को 50000, 09/09/2020 को 20000, 18/09/2020 को 15000, 07/10/2020 को 50000, दो बार 40 – 40 हज़ार व अन्य छुटपुट रकम मिलाकर कुल 355000 रुपए लिए थे। प्रार्थी ने बताया कि समय समय पर ब्याज के साथ वो अनस खोखर के घर जाकर या उसके बताए स्थान नकद रकम छोड़ा करता था।
प्रार्थी ने बताया कि 355000 रुपयों के बदले वो अनस खोखर को अब तक 860000 रुपए ब्याज के साथ वापस कर चुका है लेकिन अनस खोखर उसे लगातार डरा धमका रहा है, मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। प्रार्थी ने बताया कि 8 लाख 60 हज़ार रुपए दे देने के बावजूद अनस खोखर उससे 5 लाख रुपए और वसूलने की कोशिश कर रहा है। प्रार्थी ने बताया कि अनस खोखर उसे व उसके परिवार वालों पर अनैतिक रूप से दबाव बनाता है, झूठे मुकदमों में फर्जी तरीके से फंसा देने की धमकी देता है और गांव की जमीन बेचकर पांच लाख रुपए देने का दबाव बनाता है।
प्रार्थी ने आवेदन में लिखा है कि “अनस खान खोखर की प्रताड़ना से मैं व मेरा परिवार तंग आ चुके हैं। अनस खान खोखर अपने आप को राजनीतिक व्यक्तियों का खास एवम उनसे घरेलू संबंध होना बताता है। अनस खान खोखर द्वारा मेरे व मेरे परिवार के साथ कुछ भी अप्रिय घटना किया या करवाया जा सकता है। तथा मुझे व मेरे परिवार को किसी भी झूठे मामले में फंसाया जा सकता है। अनस खान खोखर की आए दिन की प्रताड़ना एवम सूदखोरी से तंग आकर मैं ये शिकायत दे रहा हूं। सूदखोरी का अपराध पंजीबद्ध कर मुझे इसकी प्रताड़ना से निजात दियाला जाए अन्यथा मेरे पास आत्मदाह के अलावा कोई रास्ता नहीं है”
आपको बता दें कि कुछ समय पहले इसी तरह की सूदखोरी से तंग आने की बात कहकर क्षेत्र के एक युवक ने अपनी जान दे दी थी। उस मामले के आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। अनस खोखर के खिलाफ़ मिली इस शिकायत पर यदि गंभीरता से कार्रवाई नहीं की जाती है तो हो सकता है इसमें भी प्रार्थी की जान पर बात बन आए।