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    *गर्मी के दिनों में लू से कैसे बचें* *गायत्री परिवार बिलासपुर के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी गई जानकारी*

    बिलासपुर / गायत्री परिवार बिलासपुर स्वास्थ्य जागरूकता जनचेतना अभियान के तहत पिछले 12 वर्षों से लगातार रचनात्मक कार्य कर आम जनता और विद्यार्थियों के बीच कार्य कर रहा है। समय-समय पर आपदा या कोरोना के दौरान लगभग 150 स्कूल कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। जिसके फलस्वरूप 26 जनवरी 2012 में गायत्री परिवार को पुलिस ग्राउंड में पुरस्कृत किया गया। शनिवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पहुंचकर गर्मी से बचाव के लिए गायत्री परिवार से जुड़े डॉक्टरों ने आवश्यक जानकारी दी। डॉक्टर बीआर होतचंदानी ने कहा कि जब भी पानी पिए साथ में उसमें नमक की मात्रा जरूर होनी चाहिए, सोडियम की कमी शरीर में ना रहे इसलिए पानी पीने के दौरान उसमें ओ आर एस का का घोल मिला दिया जाना चाहिए साथ ही खाली पेट कहीं भी बाहर ना निकले। स्वस्थ रहने के लिए उन्होंने कहा कि इस मौसम में लोगों को खाना कम खाना चाहिए।मौसम के हिसाब से ही कपड़ों का चयन करें जिससे आपके शरीर को तेज गर्मी ना लगे। इस गर्मी में तंबाकू का सेवन बिलकुल नही किया जाना चाहिए।नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एल सी मढरिया ने कहा कि सतर्कता, बचाव,जागरूकता से ही स्वस्थ रहा जा सकता है। हर व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार पूरे शरीर की जांच जरूर करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में स्वास्थ्य को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं। 20 किलोग्राम वजन में कम से कम 1 लीटर पानी प्रतिदिन पिया जाना चाहिए,यानी कि 70 किलो वजनी लोगों को साढ़े 3 या 4 लीटर पानी पी लेना चाहिए जिससे उन्हें लू नहीं लगेगा। गर्मी में आंख में इंफेक्शन होता है जिस से बचने के लिए दिन में 4 से 6 बार साफ पानी से आंखों को जरूर धोया जाना चाहिए। अल्ट्रावायलेट से बचने धूप का चश्मा,या काला चश्मा ज़रूर लगाएं।श्री मढरिया ने कहा कि कोरोना का चौथा चरण भी आने वाला है इसलिए सभी सावधान रहें। यहां मौजूद डॉक्टर आरती पांडेय ने कहा कि हाथ की सफाई से न सिर्फ कोरोनावायरस से बचा जा सकता है बल्कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है।इस मौसम में पीने का पानी ढका हुआ और स्वच्छ होना चाहिए। श्रीमती पांडेय ने कहा कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रुप से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। डॉ हेमंत कौशिक ने कहा कि दिनचर्या खानपान और तनाव के कारण बीमारी बढ़ती और लोग बीमार पड़ते हैं। ऋतु के हिसाब से फल और भोजन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जिस मौसम का फल हो उस मौसम में ही उसे इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने भी कहा कि कम खाने से शरीर स्वस्थ रहेगा। इस मौके पर जानकारी दी गई कि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एल सी मढरिया अपने क्लीनिक में प्रतिदिन एक गरीब की निशुल्क जांच करेंगे। पंडो जनजाति या विलुप्त होती बैगा जनजाति के परिवार के आंखों के मोतियाबिंद का निशुल्क ऑपरेशन करेंगे। इस दौरान पूर्व ट्रस्टी शक्तिपीठ बिलासपुर के प्रताप रंजन वर्मा,आर एन राजपूत, डॉक्टर ममता वर्मा,धनसाय बैगा,शीतल पाटनवार, नंदिनी पाटनवार, द्वारिका पटेल, राम कुमार श्रीवास सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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    बिलासपुर / गायत्री परिवार बिलासपुर स्वास्थ्य जागरूकता जनचेतना अभियान के तहत पिछले 12 वर्षों से लगातार रचनात्मक कार्य कर आम जनता और विद्यार्थियों के बीच कार्य कर रहा है। समय-समय पर आपदा या कोरोना के दौरान लगभग 150 स्कूल कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। जिसके फलस्वरूप 26 जनवरी 2012 में गायत्री परिवार को पुलिस ग्राउंड में पुरस्कृत किया गया। शनिवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पहुंचकर गर्मी से बचाव के लिए गायत्री परिवार से जुड़े डॉक्टरों ने आवश्यक जानकारी दी। डॉक्टर बीआर होतचंदानी ने कहा कि जब भी पानी पिए साथ में उसमें नमक की मात्रा जरूर होनी चाहिए, सोडियम की कमी शरीर में ना रहे इसलिए पानी पीने के दौरान उसमें ओ आर एस का का घोल मिला दिया जाना चाहिए साथ ही खाली पेट कहीं भी बाहर ना निकले। स्वस्थ रहने के लिए उन्होंने कहा कि इस मौसम में लोगों को खाना कम खाना चाहिए।मौसम के हिसाब से ही कपड़ों का चयन करें जिससे आपके शरीर को तेज गर्मी ना लगे। इस गर्मी में तंबाकू का सेवन बिलकुल नही किया जाना चाहिए।नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एल सी मढरिया ने कहा कि सतर्कता, बचाव,जागरूकता से ही स्वस्थ रहा जा सकता है। हर व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार पूरे शरीर की जांच जरूर करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में स्वास्थ्य को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं। 20 किलोग्राम वजन में कम से कम 1 लीटर पानी प्रतिदिन पिया जाना चाहिए,यानी कि 70 किलो वजनी लोगों को साढ़े 3 या 4 लीटर पानी पी लेना चाहिए जिससे उन्हें लू नहीं लगेगा। गर्मी में आंख में इंफेक्शन होता है जिस से बचने के लिए दिन में 4 से 6 बार साफ पानी से आंखों को जरूर धोया जाना चाहिए। अल्ट्रावायलेट से बचने धूप का चश्मा,या काला चश्मा ज़रूर लगाएं।श्री मढरिया ने कहा कि कोरोना का चौथा चरण भी आने वाला है इसलिए सभी सावधान रहें। यहां मौजूद डॉक्टर आरती पांडेय ने कहा कि हाथ की सफाई से न सिर्फ कोरोनावायरस से बचा जा सकता है बल्कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है।इस मौसम में पीने का पानी ढका हुआ और स्वच्छ होना चाहिए। श्रीमती पांडेय ने कहा कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रुप से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। डॉ हेमंत कौशिक ने कहा कि दिनचर्या खानपान और तनाव के कारण बीमारी बढ़ती और लोग बीमार पड़ते हैं। ऋतु के हिसाब से फल और भोजन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जिस मौसम का फल हो उस मौसम में ही उसे इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने भी कहा कि कम खाने से शरीर स्वस्थ रहेगा। इस मौके पर जानकारी दी गई कि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एल सी मढरिया अपने क्लीनिक में प्रतिदिन एक गरीब की निशुल्क जांच करेंगे। पंडो जनजाति या विलुप्त होती बैगा जनजाति के परिवार के आंखों के मोतियाबिंद का निशुल्क ऑपरेशन करेंगे। इस दौरान पूर्व ट्रस्टी शक्तिपीठ बिलासपुर के प्रताप रंजन वर्मा,आर एन राजपूत, डॉक्टर ममता वर्मा,धनसाय बैगा,शीतल पाटनवार, नंदिनी पाटनवार, द्वारिका पटेल, राम कुमार श्रीवास सहित अन्य लोग मौजूद रहे।