बिलासपुर – जिले में जमीन और कंस्ट्रक्शन के नाम पर अब धोखाधड़ी और ठगी के मामले आम होने लगे है, एक तरह से शातिर माफिया भोले भाले लोगों को प्रॉपर्टी के नाम पर अपना शिकार बना रहे है। ऐसा ही एक मामला तारबाहर थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ विनोबा नगर निवासी 52 वर्षीय राजनाथ सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका सिंह के साथ वालिया बिल्डर्स के संचालक राजेश सेठ, रजनी सेठ और सेंट बैंक होम फाइनेंस लिमिटेड के शशि भूषण कर्ना, अर्पणा विश्वास, नितिन निगम और बैंक कर्मचारियों ने मिली भगत कर 39 लाख रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। प्रार्थी ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है, जहां उन्होंने बताया कि 29.09.2017 को विनायका हाईट्स में फ्लैट क्रमांक 405, कुल रकबा 1268 वर्गफुट का सौदा 39 लाख रुपए में तय किया गया था जिसका एग्रीमेंट हुआ था और 20.11.17 को पंजीयन की प्रकिया भी पूर्ण की गई थी, जिसके लिए बिल्डर ने ही सेंट बैंक से 30 लाख रुपए फाइनेंस भी प्रार्थी के नाम पर करवाया था, वही पंजीयन के दौरान 3 लाख रुपए का चेक और 30 लाख रुपए जो फाइनेंस हुए थे उसे भी चेक के माध्यम ले लिया गया था, लेकिन इसके बाद बीच मे भी बिल्डिंग निर्माण का कार्य रोक दिया गया और उसे पूर्ण नही किया गया और न ही कब्जा दिया गया। मामले में बाद में दो मामले उक्त बिल्डर और जमीन के बारे में प्रार्थी को हुई कि वह जमीन गौठान के सरकारी जमीन पर कब्जा कर के बनाई जा रही थी और उक्त जमीन पहले ही बैंक ऑफ बड़ौदा में गिरवी थी। मामले की जानकारी लगते ही प्रार्थी को अपने साथ धोखाधड़ी का अहसाह हुआ, जिसे बिल्डर राजेश सेठ, रजनी सेठ और बैंक अधिकारी शशिभूषण कर्ना, अर्पणा विश्वास, नितिन निगम और अन्य ने मिली भगत कर अंजाम दिया है। प्रार्थी ने अब तक बैंक को क़िस्त के रूप में 6 लाख 50 हजार रुपए भी अदा कर दिए है, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फ़िलहाल मामले में प्रार्थी की शिकायत पर बिल्डर राजेश सेठ, रजनी सेठ और बैंक अधिकारी शशिभूषण कर्ना, अर्पणा विश्वास, नितिन निगम और अन्य के खिलाफ धारा 420, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।
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