*वर्ष 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों का किया गया सम्मान* *विजय, उत्साह एवं गर्व की अनुभूति कराने के लिए हम सब भारतीय सेना के आभारी हैं – डाॅ. अलंग*
बिलासपुर 18 अक्टूबर 2021। पाकिस्तान के साथ वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आज उस युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग थे। इस अवसर छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
लखीराम अग्रवाल आॅडिटोरियम बिलासपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबंधित करते हुए डाॅ. अलंग ने कहा कि वर्ष 1971 के युद्ध में विजय का यह उत्सव हम सबके लिए गौरव का क्षण है। जो कौम अपने गर्व के क्षण केा भुला देती है और गर्व देने वाले को भुला देती है वह नुकसान में रहती है। हमें हर उस क्षण, उस पल, उस घटना को याद करना चाहिए जो हमें विजय, उत्साह और गौरव की अनुभूति कराती है। इसके लिए हम सबको भारतीय सेना का आभार व्यक्त करना चाहिए। हम सदा एक दूसरे के साथ रहें और भारतीय सेना के हर बढ़ते हुए कदम के साथ एक दूसरे का हाथ थामे हुए कदम से कदम मिलाकर चलें।
कार्यक्रम में वर्ष 1971 युद्ध में भाग लेने वाले क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री नदंूराम भांगे,, स्क्वाड्रन लीडर श्री हीराधर, नवल कमाण्डर कुशवाला, कर्नल पीएल केशरवानी, कर्नल रघुवीर प्रसाद पाण्डेय, विंग कमाण्डर जे.के.मिश्रा, लेफ्टिनेंट कर्नल जेम्स लाल, केप्टन लक्ष्मी प्रसाद, आॅनरेरी लेफ्टिनेंट श्री लक्ष्मी प्रसाद, नायब सुबेदार बलराम साहू, लेफ्टिनेंट अभय कुमार सिंह, हवलदार हथ्थुलाल साहू, हवलदार नाथूराम धनखर, हवलदार कृष्णा बिहारी लाल, सार्जेट एन.के. दुबे, नेवी के पीओ श्री यूवी सिंह, कोरपोरल अप्पला आई प्रसाद नागा, नायक बिहारीलाल, सिग्नल मैन देवलाल हलधर, इमेन्युल, श्री राम प्रसाद मौर्य, नायक सुखसागर प्रसाद साहू, पंजाब रेजिमेंट के श्री मलकियत सिंह को शाल एवं श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कमाण्डो विजय प्रताप सिंह के प्रपौत्र श्री अनुकेष सिंह सहित शहीद हवलदार प्रेमराज राजपूत और श्री मोहम्मद रहमान के परिजनों ने तथा फ्लाइट लेफ्टिनेंट रामायण सिंह और कैप्टन गोकुल सिंह के लिए श्री महेन्द्र प्रताप राणा ने सम्मान प्राप्त किया ।
कार्यक्रम की शुरूआत आॅडिटोरियम में स्वर्णिम विजय मशाल की स्थापना से हुई। यह विजय मशाल युद्ध में भारत की विजय की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रज्जवलित की गई है, जो आज बिलासपुर में प्रवेश के साथ ही रैली के रूप में अग्रसेन चैक, सत्यम चैक, नेहरू चैक होते हुए लखीराम आॅडिटोरियम पहंुची। आॅडिटोरियम में संभागायुक्त को यह मशाल सौंपा गया, जिसे मंच में ससम्मान स्थापित किया गया। मशाल को सैनिकों ने गार्ड सैल्यूट दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ और अंत में राष्ट्रगान हुआ। कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात् विजय मशाल को गार्ड सैल्यूट दिया गया और संभागायुक्त ने इसे आगे प्रस्थान के लिए सेना को ससम्मान सौंपा।
कार्यक्रम में वर्ष 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों ने अपने अनुभव साझा किए। स्कूल, काॅलेज के युवाओं और बच्चों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर महापौर श्री रामशरण यादव, बेलतरा विधायक श्री रजनीश सिंह, आईजी पुलिस श्री रतनलाल डांगी, आॅफिसर इन कमाडिंग 7वीं बटालियन कर्नल श्री एस.के. गुप्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल श्री एम रिम्जा, कर्नल राजन मलिक सहित सेना के अन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और उनके परिजन उपस्थित थे।
बिलासपुर 18 अक्टूबर 2021। पाकिस्तान के साथ वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आज उस युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग थे। इस अवसर छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
लखीराम अग्रवाल आॅडिटोरियम बिलासपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबंधित करते हुए डाॅ. अलंग ने कहा कि वर्ष 1971 के युद्ध में विजय का यह उत्सव हम सबके लिए गौरव का क्षण है। जो कौम अपने गर्व के क्षण केा भुला देती है और गर्व देने वाले को भुला देती है वह नुकसान में रहती है। हमें हर उस क्षण, उस पल, उस घटना को याद करना चाहिए जो हमें विजय, उत्साह और गौरव की अनुभूति कराती है। इसके लिए हम सबको भारतीय सेना का आभार व्यक्त करना चाहिए। हम सदा एक दूसरे के साथ रहें और भारतीय सेना के हर बढ़ते हुए कदम के साथ एक दूसरे का हाथ थामे हुए कदम से कदम मिलाकर चलें।
कार्यक्रम में वर्ष 1971 युद्ध में भाग लेने वाले क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री नदंूराम भांगे,, स्क्वाड्रन लीडर श्री हीराधर, नवल कमाण्डर कुशवाला, कर्नल पीएल केशरवानी, कर्नल रघुवीर प्रसाद पाण्डेय, विंग कमाण्डर जे.के.मिश्रा, लेफ्टिनेंट कर्नल जेम्स लाल, केप्टन लक्ष्मी प्रसाद, आॅनरेरी लेफ्टिनेंट श्री लक्ष्मी प्रसाद, नायब सुबेदार बलराम साहू, लेफ्टिनेंट अभय कुमार सिंह, हवलदार हथ्थुलाल साहू, हवलदार नाथूराम धनखर, हवलदार कृष्णा बिहारी लाल, सार्जेट एन.के. दुबे, नेवी के पीओ श्री यूवी सिंह, कोरपोरल अप्पला आई प्रसाद नागा, नायक बिहारीलाल, सिग्नल मैन देवलाल हलधर, इमेन्युल, श्री राम प्रसाद मौर्य, नायक सुखसागर प्रसाद साहू, पंजाब रेजिमेंट के श्री मलकियत सिंह को शाल एवं श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कमाण्डो विजय प्रताप सिंह के प्रपौत्र श्री अनुकेष सिंह सहित शहीद हवलदार प्रेमराज राजपूत और श्री मोहम्मद रहमान के परिजनों ने तथा फ्लाइट लेफ्टिनेंट रामायण सिंह और कैप्टन गोकुल सिंह के लिए श्री महेन्द्र प्रताप राणा ने सम्मान प्राप्त किया ।
कार्यक्रम की शुरूआत आॅडिटोरियम में स्वर्णिम विजय मशाल की स्थापना से हुई। यह विजय मशाल युद्ध में भारत की विजय की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रज्जवलित की गई है, जो आज बिलासपुर में प्रवेश के साथ ही रैली के रूप में अग्रसेन चैक, सत्यम चैक, नेहरू चैक होते हुए लखीराम आॅडिटोरियम पहंुची। आॅडिटोरियम में संभागायुक्त को यह मशाल सौंपा गया, जिसे मंच में ससम्मान स्थापित किया गया। मशाल को सैनिकों ने गार्ड सैल्यूट दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ और अंत में राष्ट्रगान हुआ। कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात् विजय मशाल को गार्ड सैल्यूट दिया गया और संभागायुक्त ने इसे आगे प्रस्थान के लिए सेना को ससम्मान सौंपा।
कार्यक्रम में वर्ष 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों ने अपने अनुभव साझा किए। स्कूल, काॅलेज के युवाओं और बच्चों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर महापौर श्री रामशरण यादव, बेलतरा विधायक श्री रजनीश सिंह, आईजी पुलिस श्री रतनलाल डांगी, आॅफिसर इन कमाडिंग 7वीं बटालियन कर्नल श्री एस.के. गुप्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल श्री एम रिम्जा, कर्नल राजन मलिक सहित सेना के अन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और उनके परिजन उपस्थित थे।