नीरज साहू –कबीरधाम पूरा मामला जिला कबीरधाम पंडरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत का है जहां पर एक दुर्घटना के दौरान विजय कुमार की मृत्यु हो गई आवेदनकर्ता मृतक के भाई सूरज कुमार के कथन अनुसार विजय कुमार जो दिनांक 7/8/2021 को देर रात सुबह 3:00 बजे के आसपासछोटा भाई विजय कुमार वह अपने दोस्त पप्पू के साथ बालकों से पंडरिया पप्पू के दीदी को रक्षाबंधन के लिए लेने गए हुए थे आवेदन के अनुसार प्रार्थी सूरज कुमार के द्वारा 9/8/2021को दोपहर 2:00 बजे के आसपास अपने भाई को फोन किया तब मेरे भाई के दोस्त ने बताया कि एक्सीडेंट हुआ है हल्का चोट आया है हम लोग इलाज करा कर कल घर वालों को आ रहे हैं तब मैं बोला कि वीडियो कॉल करके बात करा तब भाई का दोस्त मेरे को घुमाने लगा कि हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं और वीडियो कॉल किया तब मुझे संदेह हुआ कि मेरा भाई हॉस्पिटल में नहीं है और मुझे अनहोनी होने का शक होने लगा किंतु मेरे भाई का दोस्त बोला कि हल्का चोट है इलाज करा कर घर आ रहे हैं फिर उसके भाई से दोस्त का फोन आया कि मेरे भाई अब इस दुनिया में नहीं है तब पप्पू का जीजा मेरे से बात किया कि हम विजय की बॉडी को लेकर बाल को आ रहे हैं तब हम लोग अपने भाई के शव को लेने के लिए कटघोरा चौक में 2 घंटे से ज्यादा समय तक रुपए रहे लेकिन मेरे भाई का दोस्त वह उसका जीजा लगातार घुमाता रहा फिर हम लोग 10 8 2021 को रात को लगभग 1:00 बजे पंडरिया जिला कबीरधाम के लिए निकले तब रास्ते में हम लोग फोन लगा रहे थे तब सामने से कोई जवाब नहीं आ रहा था फिर मेरे भाई का दोस्त फोन किया कि अभी हम लोग गांव में घर में ही हैं फिर हम लोग 6:00 बजे के आसपास थाना पंडरिया पहुंचे तब मेरे भाई का दोस्त पप्पू और उसका जीजा वहां पर बोलेरो से पहुंचे जिसका वाहन नंबर CG-10 W-7860। फिर हम लोगों का आपस में बातचीत हुआ तब 2 पुलिस वालों के साथ हम हॉस्पिटल पहुंचे तो मेरे भाई को हॉस्पिटल के बाहर स्ट्रेचर में बैठा कर रखा हुआ था और हमने देखा कि भाई को किसी प्रकार का कोई पटिया हॉस्पिटल में इलाज हुआ नहीं लग रहा था फिर मैं अपने भाई का फोटो लिया और घटनास्थल के पास गए तब साथ में पुलिस वाले और भाई का दोस्त व उसका जीजा हमारे साथ में था।
पूरी घटना के दौरान आवेदन कर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक कबीरधाम को ज्ञापन सौंपकर इन मुख्य बिंदुओं में जांच कर उचित कार्यवाही कर न्याय दिलाने की मांग की गई
1.भाई के पास 2.5लाख रुपए नगद था उसका कोई जानकारी नहीं है साथ ही एटीएम का भी कोई जानकारी नहीं है
2. हमें यह मामला दुर्घटना नहीं कोई सोची समझी साजिश लग रही है।
3.हमें संदेह है कि विजय की मृत्यु हो चुकी थी किंतु उसके दोस्त व जीजा हमें गुमराह किया है।
4.फोन में बात करने पर एक बार खंभे से टकराया फिर बोलता है कि आमने-सामने गाड़ी टक्कर हुआ है।
5.हॉस्पिटल में इलाज हुआ है तो विजय के शरीर में कोई पट्टी नीडेल या किसी प्रकार का कोई ट्रीटमेंट में उपयोग होने वाला सामान नहीं दिखाई दिया।
6. विजय के शरीर में सिर में चोट पैर में चोट कमर में निशान सीने में निशान था।
7.घटना के 4 दिन बाद पप्पू के माता-पिता घर आए थे तो लेनदेन कर मामले को खत्म करने की बात किया गया।
8. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जल्द से जल्द देता की घटना का सही जानकारी हो सके।